अपना बच्चा जब गोद में बढ़ता माँ बाप है एक दुनिया गढ़ता! अपना बच्चा जब गोद में बढ़ता माँ बाप है एक दुनिया गढ़ता!
लड़खड़ाता रहा, थकता रहा पर ना रोया वो ना वो घबराया एक नई उम्मीद लेकर फिर मंज़िल की तलाश में भटकता ... लड़खड़ाता रहा, थकता रहा पर ना रोया वो ना वो घबराया एक नई उम्मीद लेकर फिर मंज़ि...
क्यों अपनी निगाह रोक दिया करता हूँ कभी तुम पर तो कभी अपने आप पर। क्यों अपनी निगाह रोक दिया करता हूँ कभी तुम पर तो कभी अपने आप पर।
गुमनाम ख़यालों की नज़्में बना मैं गुनगुना रहा हूँ , बड़ी अरसों के बाद खुद से गुफ़्तग गुमनाम ख़यालों की नज़्में बना मैं गुनगुना रहा हूँ , बड़ी अरसों के बाद खुद ...
सपने देखना ही छोड़ दिया, जबसे सपना टूटता रहा। टूटे सपनों को जोड़-जोड़, नई ज़िंदगी जी सपने देखना ही छोड़ दिया, जबसे सपना टूटता रहा। टूटे सपनों को जोड़-जोड़, ...
हवाओं ने छेड़े है मधुरिम तराने यूं लगे मास मधुमास का आ रहा है। हवाओं ने छेड़े है मधुरिम तराने यूं लगे मास मधुमास का आ रहा है।